Wednesday, May 17, 2023

मनुष्यों में अगली महामारी क्या बर्ड फ्लू हो सकती है?


पेरू में मृत जलव्याघ्र के सैंपल लेते वैज्ञानिक

पिछले साल नवंबर से लेकर समस्त संसार से चिंताजनक संकेत मिलते आ रहे हैं. उस माह ब्रिटेन के पोल्ट्री फार्मों में पाले जा रहे मुर्गों और अन्य पक्षियों को फार्मों के अंदर बने दड़वों और कमरों के भीतर ही बंद रखने के आदेश जारी किए गए थे. उस समय बर्ड फ्लू फैलने की वजह से इस लॉकडाउन का ऐलान किया गया था. तब इसके वायरस ने दुनिया के ज्यादातर जंगली पक्षियों को अपनी लपेट में ले लिया था. 

यह वायरस आश्चर्यजनक रूप से संक्रामक होता है जिसमें एक पक्षी करीब 100 दूसरे पक्षियों को संक्रमित कर सकता है. और जब जंगली पक्षी एक या दूसरे तरीके से पालतू पक्षियों के संपर्क में आते हैं (जैसे आसमान में उनके ऊपर उड़कर और नीचे उन पर बीठ करते हैं) तो बहुत बड़ी समस्याएं पैदा हो सकती हैं. 

फिर, इस साल जनवरी और फरवरी में भी कई संकेत मिले. पेरू में बर्ड फ्लू के कारण 3,000 से अधिक जलव्याघ्रों की मौत हो गई. अनुमान है कि वहां जंगली पक्षियों की मौतों का आंकड़ा 50,000 तक जा पहुंचा था. रूस में, 700 कैस्पियन सील मरे. यही नहीं, ब्रिटेन और अमेरिका में भी अनेक डॉल्फिन बर्ड फ्लू के वायरस एच5एन1 का शिकार हुए. 

अमूमन, अगर कोई पशु भी किसी पक्षी की वजह से एच5एन1 वायरस से संक्रमित हो जाता है तो वह उसे दूसरे स्तनपायी जीवों में फैला सकता है. उपरोक्त प्रकोपों के दौरान संक्रमण के भारी संख्या में हुए मामलों से पशुओं में संक्रमण की संभावना का संकेत तो मिलता है, लेकिन जेनेटिक सीक्वेंसिंग से इसकी पुष्टि अभी नहीं हुई है. एक और संभावना यह हो सकती है कि इसका प्रकोप उन पशु समूहों में हुआ, जिन्होंने संक्रमित पक्षियों का सेवन किया था. 

लेकिन स्तनधारी पशुओं में इसके फैलने का जोखिम हमेशा रहता है. क्या दुनिया भर के राजनैतिक नेताओं का ध्यान इस तरफ है?

https://www.theguardian.com/commentisfree/2023/may/16/research-bird-flu-humans-prepare-now

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