सुप्रसिद्ध कन्नड़ लेखक यू. आर. अनंतमूर्ति के निधन पर भगवा परिवार का अजीब रवैया है. इन्सान की मौत का जश्न मनाने वाले इन्सान तो नहीं ही हो सकते. हां, वे बन्दर और रीछ जरूर हो सकते हैं, जिन्होंने कथित रामायण काल में प्रकांड पंडित माने जाते लंकाधिपति रावण की मौत पर हर्षोउल्लास व्यक्त किया था. लेकिन राम ने उस विद्वान से मरते समय शिक्षा ग्रहण करने के लिए छोटे भ्राता लक्ष्मण को उसके पास भेजा था.

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