हिंदी शब्दों के कुछ प्रयोगों पर
अच्छे खासे अनुभवी लोगों को कई ऐसे शब्दों का इस्तेमाल करते देखता हूं, जो दरअसल मुझे लगता है, गलत हैं.
इनमें एक शब्द विदेश है. इसके बहुवचन के रूप में हिंदीजन 'विदेशों' शब्द का धड़ल्ले से इस्तेमाल कर रहे हैं. जैसे विदेशों में रहने वाले भारतीय. क्या महज विदेश कहने से काम नहीं चलता. जैसे 'देश' का बहुवचन कई जगह 'देशों' के रूप में प्रयुक्त होता है, उसी तरह ये लोग 'विदेशों' शब्द का इस्तेमाल करते हैं. विदेश का अपने आप में मतलब है अपने देश से बाहर का यानी स्वदेश से भिन्न दूसरे कोई देश. उसका कोई बहुबचन नहीं है.
इसी तरह एक शब्द 'अनेक' हैं, जो मेरी समझ से अपने आप में बहुवचन विशेषण है. लेकिन फिर भी कई लोग उसके बहुवचन के रूप में 'अनेकों' शब्द का इस्तेमाल करते हैं. जैसे--मैंने उसे अनेकों बार यह समझाया है या मैं अनेकों बार कश्मीर जा चुका हूं. उनके लिए अनेक शायद एकवचन है, इसलिए वे बहुवचन के रूप में 'अनेकों' का प्रयोग करते हैं. लेकिन स्पष्ट हो कि अनेक का शाब्दिक अर्थ ही है: एक से अधिक, कई, बहुत. इसलिए उसका बहुवचन के रूप में ही इस्तेमाल उचित होगा.
वैसे ही विशेषणों में मूलावस्था के 'अच्छा' की उत्तरावस्था 'बेहतर' और उसकी उत्तमावस्था 'बेहतरीन' है. लेकिन कुछ सज्जन 'बेहतरीन' की जगह 'सबसे बेहतर' शब्दों का प्रयोग करते देखे जा सकते हैं. उदाहरण के लिए, देश के हिंदी अखबारों में दैनिक हिंदुस्तान सबसे बेहतर अखबार है या रहने के लिए दिल्ली सबसे बेहतर शहर है. सबसे बेहतर से उनका अभिप्राय शायद सर्वोत्तम है, जिसे अंग्रेजी में best कहते हैं, और उसके लिए अपने पास 'सबसे बेहतर' नहीं, 'बेहतरीन' उपयुक्त शब्द है. हां, सबसे अच्छा भी चल सकता है, पर सबसे बेहतर कतई नहीं.
इधर हिंदी में 'फिर से बहाल' शब्दों का प्रचलन भी बढ़ा है. बहाल का शुद्ध हिंदी में अर्थ है पुनर्नियुक्त. लेकिन कई लोग इस शब्द से पहले 'फिर से' जोड़कर पुनर्नियुक्त पर शायद अधिक बल देना चाहते हैं. वे वाक्य कुछ इस तरह लिखते हैं: कर्मचारियों को फिर से बहाल किया जाए या हम अपने नेता के फिर से बहाल किए जाने तक अपना आंदोलन जारी रखेंगे. यह गलत है. बहाल का अपने आप में मतलब है फिर से नियुक्त होना या किया जाना, जो अंग्रेजी के reinstated, rehabilitated or restored शब्दों का समानार्थी है.
3 मई और 8 जून 2014

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